धोखा शायरी हिंदी

Dhokebaaz Shayari

क्या मिलिए ऐसे लोगों से ……

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हेलो दोस्तों यहाँ Mcm Easy Life पर यहाँ हम लाये हैं कुछ ऐसी लाइने या शायराना अंदाज में कही गई बातें जो आपके दिल को छू जाएंगी खास तौर पे तब जब अपने कहीं धोखा खाया हो या आपको ऐसा लग रहा हो की कोई आपको धोखा दे रहा है। धोकेबाज़ शायरी ही एक ऐसा जरिया है जो आपके दिल के हालत को बयां कर देता है कई बार आप तलाश रहे होते हैं धोकेबाज के लिए स्टेटस (status for dhokebaaz) या फिर धोखा देने वाली शायरी (shayari for dhoka) की ऐसे में mcm easy life जैसे माध्यम काम आते हैं जो आपको देते हैं धोखेबाज़ों पर शायरी (shayari dhokebaaz) के बेहतरीन कोट्स। 

धोखा देने वाली शायरी (Shayari for Dhoka)

dhokebaz log par shayari

धोखेबाज़ लोग (Dhokhebaz Log)

लिखने वाले ने क्या खूब लिखा है ऐसे लोगों से भी क्या मिलना जिनका सच कुछ और ही हो, वो जब भी आपसे मिलते हैं तो उनके दिल में कुछ और ही चल रहा होता है उनकी असलियत तो कुछ और ही होती है।

dhaokhebaz insan per shayari

धोखेबाज़ इंसान (Dhokhebaz Insaan)

जी हाँ दोस्तों कभी कभी ऐसा ही होता है जिस शख़्स को दिल चाहा हो और वो आपको धोका दे रहा हो कुछ समय तक तो आप अनदेखा करते हैं पर एक वक़्त ऐसा भी आता है जब दिल तो बड़ा दुखता है और उसकी याद भी आती है पर उसके लिए कभी आँखों में आंसू नहीं आते।

nadan dost shayari

नादान दोस्त (Naadan Dost)

बात भी सही है दोस्तों कई बात हमे पता होता है की सामने वाला हमसे झूठ बोल रहा है या हमे धोखा दे रहा है पर फिर भी हम धोखा खा कर भी उसके झूठ को भी सच मान लेते हैं।

dhaokhebaz dost per shayari

धोखेबाज़ दोस्त (Dhokhebaz Dost)

गज़ब सचाई है दोस्तों इस दुनिया की जिनसे जो उम्मीद लागू वो वैसे तो नहीं होते, और वैसे तो बिलकुल नहीं होते जैसा होने को वो दावा करते हैं उनके चेहरे से उनकी सचाई का पता ही नहीं चलता।

Dhokhebazon par Shayari

धोखेबाज़ों का साथ

कभी कभी ऐसा ही लगता है दोस्तों एक बार धोखा खाने के बाद हर कोई धोखेबाज़ लगने लगता है फिर भी ये ही फ़रियाद रहती है कि कोई तो ऐसा मिले जो धोखेबाज़ न हो।

saaf dil se Dhokha

साफ़ दिल वालों से धोखेबाज़ी

बात कड़वी मागर सच है साफ़ दिल वाले हमेशा धोखा ही खाते हैं उनको तो पता ही नहीं चलता की सामने वाले उनका फायदा उठा रहा है और विडंबना है की ऐसे लोगों लो अक्सर रोना ही पड़ता है।

Dhokha kab tak milega

धोखा कब तक (Dhokha Kab Tak)

कभी कभी किसी ख़ास दोस्त से धोखा खाने के बाद जिंदगी से ये सवाल करने का मन होता है की तू ही पता और कितना धोखा मिलना है इस छोटी सी ज़िंदगी में।

Dhokhebaz ko mafi

धोखे में माफ़ी (Dhokhe Mein Maafi)

सही में दोस्तों कभी इंसान से गलती हो भी जाये तो एक बार को तो उसे माफ़ करने का मन हो भी जाता है पर जो इंसान दिल के करीब हो और सब जानते हुए भी आपको धोखा दे रहा हो और समझता हो की आपको कुछ पता ही नही तो ख़याल तो आता है की आखिर उस धोखेबाज़ का करा क्या जाये।

dost se dhokha

अच्छे दोस्त से धोखा (Dost Se Dokha)

साफ़ दिल इंसान कभी धोखेबाज़ नहीं होता वो तो कोई रिस्ता बिगड़ना ही नहीं चाहता पर वो तो बस दूर हो जाता है है आखिर खुद भी क्यों धोखा खाये।

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