वक्त पर शायरी
Waqt Par Shayari
हेलो दोस्तों Mcmeasylife पर यहाँ हम देखेंगे कि दुनिआ में सबसे ज्यादा पूछी जाने वाली चीज़ यदि कोई है तो वो वक़्त, जी हाँ वक़्त ही ऐसी चीज़ है जो हम हर पल याद रखते हैं और जब बात शायरी की हो और वक़्त का जिक्र न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। वक़्त पर शायरी हर दौर में लिखी गई, फिर चाहे बात हो ख़ुशी में शायरी की या फिर बुरा वक़्त शायरी की, हमे वक्त पर शायरी ( waqt par shayari ) के लाखों उधारण मिल जाते हैं।
उम्मीद है आपको mcm easy life द्वारा प्रस्तुत वक़्त शायरी पसंद आएगी।
वक़्त शायरी ( Waqt Shayari )

गुज़रता वक़्त
कुछ लोग जो अपने होने का नाटक करते हैं समय आने पर उनका असली चहेरा सामने आ ही जाता है।

बुरा वक़्त
वक़्त चाहे कितना भी बुरा हो इंसान को हौसला नहीं हारना चाहिए क्योंकि वक़्त से बड़ा कोई मरहम नहीं।

मुश्किल वक़्त
वक़्त कैसा भी हो अपनों के साथ कट ही जाता है पर कभी कभी बुरा वक़्त आने पर अपने मूह फेर लेते हैं।

गुज़रा समय
बात तो सही है गुज़रा वक़्त कभी वापस नहीं आता, तो फिर एक चीज़ को ले कर हमेशा परेशान क्यों रहना यारों, यदि ज़िंदगी कुछ नया करने का मौका दो तो उसे ठुकराना नहीं चाहिए।

वक़्त न देना (Ignore karna)
सही में दोस्तों कभी कभी मन ऐसा उदास हो जाता है कि जिनको देखे बिना चैन न था पर कभी हालत कुछ ऐसे बन जाते हैं कि चाह कर भी उनसे ना मिलने का बहाना ढूँढ़ना पड़ता है। खैर यू वक़्त न देना ठीक नहीं दोस्तों।

वक़्त मिलता है
बात तो सही है गुज़रा वक़्त कभी वापस नहीं आता, तो फिर एक चीज़ को ले कर हमेशा परेशान क्यों रहना यारों, यदि ज़िंदगी कुछ नया करने का मौका दो तो उसे ठुकराना नहीं चाहिए।

वक़्त न देना
कभी कभी आप अपनी अकड़, अहंकार या गलत फेहमी से किसी से न बात कर के या न मिलने का वक़्त न दे कर उसका दिल इतना दुख देते हैं कि उसकी आपसे मिलने की लालसा ही ख़तम हो जाती है, तो दोस्तों दोस्तों को रोक लो रूठ कर उन्हें जाने न दो।

हमारे लिए वक़्त नहीं
सच है दोस्तों जिससे आपको लगाव हो वो और आपको लगता है वो सारे काम छोड कर आपको वक़्त दे जो वो दे नहीं पा रहा होता और एकआप होते हैं जो उसके एक इशारे पर दुनिया भूले बैठे होते हैं।

कीमती वक़्त
कभी कभी ऐसा ही होता है दोस्तों की आपके कई बार बोलने पर भी वो आपको समय नहीं देता या कहें इग्नोर (ignore) करे तो फिर ये हे ख्याल आता है की छोड़ो भी जाने दो यार।
उम्मीद है दोस्तों आपको हमारे द्वारा प्रस्तुत वक़्त शायरी पसंद आ रही होगी। जब भी हमारा दिल उदास हो हम अक्सर वक़्त को कोसते रहते हैं, जबकि हम जानते हैं कि बुरा वक़्त हमेशा के लिए नहीं होता, पर फिर भी उस समय हम ढून्ढ रहे होते हैं कुछ सकूं और कुछ वक़्त शायरी (waqt shayari ) की चंद लाइनें और ज़रुरत होती है वक़्त पर मोटिवेशनल शायरी (motivational shayari For waqt ) की जो हमारी दिल की हालत बयां कर सकें, ऐसे में काम आते हैं वक़्त शायरी के शेर या फिर कहें वक़्त शायरी पर कोटशन (Quotation on waqt ), तो चलिए पेश हैं आपके लिए बुर वक़्त पर शायरी की और रचनाएँ।

बुरे वक़्त में सब बुरा ( Bure waqt Mein sab Bura )
वक्र बुरा हो जनाब तो सब बुरा ही लगता है ,फिर चाहे वो नसीब हो..... किस्मत हो.... या फिर हाथ की लकीरें ।
Bura Waqt ho janab to sab bura he lagta hai, fir chahe wo naseeb ho, kismat ho ya fir haath ki lakirein.
( बात सच है दोस्तों जब भी हम पर बुरा वक़्त आता है तब हम टूट से जाते हैं और हर किसी को कोसने लगते हैं हर कोई हमे हमारा दुश्मन सा लगने लगता है जैसे कोई दुश्मनी निकाल रहा हो। हमे न तो अपने नसीब पर भरोसा रहता है न ही किस्मत और हाथों की लकीरों पर। )

वक़्त तो लगता है ( Waqt to lagta Hai )
वक़्त बड़ा लगता है किसी से दिल लगाने में। दिल को भाने वाले लोग... मिलते ही कहाँ है... आज के ज़माने में ।
Waqt bada lagta hai kisi se dil lagane main, Dil ko bhane wale log milte he kahan hain aaj ke jamane mein.
( बात दिखने में तो छोटी सी है पर गहरी यही दोस्तों, यू तो दुनिया हर किसम के लोगों से भरी पड़ी है एक से एक नेक दिल इंसान बस्ते है इस दुनिया में पर ऐसा इंसान मिलना बहोत मुश्किल होता है जिसे दिल में बसने का दिल करे। जिंदगी हमे ऐसे इंसान से मिलवाती भी ज़रूर है जरूरत होती है तो वक़्त रहते उसे पहचानने की। )

मेरा बुरा वक़्त ( Mera Bura Waqt )
सारा जमाना मतलबी सा आज मेरे लिए हो गया..... वक़्त भी इतना बुरा कभी न था.... जितना आज मेरे लिए हो गया।
Saara Jamana matlabi sa aaj mere liye ho gaya… waqt bhi itna bura kabhi na tha… jitna aaj mere liye ho gaya.
(कभी कभी ऐसा ही होता है दोस्तों ऐसा लगने लगता है जैसे कोई हमारा साथ देना नहीं चाहता हर कोई जैसे मतलबी सा हो जाता है और तो और वक़्त भी न जाने कैसी दुश्मनी निकलने लगता है की कोई भी बात हमारे लिए ठीक नहीं होती। बात सच है दोस्तों ऐसे मैं कमी खलती है किसी सच्चे दोस्त की। )

बुरे वक़्त में साथ ( Bure Waqt Mein Saath)
जो लोग आज बुरे वक़्त में मेरे साथ नहीं ... वो मेरे अच्छे वक़्त में.... मेरी उम्मीद न करें।
Jo log aaj bure waqt mein mere saath nahi….. wo mere atche waqt…. mein meri umeed na kerain.
( इन थोड़े से शब्दों में जैसे लम्बी कहानी छुपी है जब हमारा बुरा वक़्त हो तभी असली चाहने वालों की पहचान होती ही हज़ारों की भीड़ में बस चंद चहेरे ही साथ रह जाते हैं फिर तो उन साथ न देने वालों को बद्दुआ देने का मन करता है। )

खास वक़्त (Khass Waqt )
हमारे साथ हर वक़्त कुछ ख़ास हो... जरूरी तो नहीं .... पर हर वक़्त कोई खास साथ हो.... ये जरूरी है।
Hamare saaath har waqt kuch khass ho…. jaroori to nahi…. per har waqt koi khass saath ho…. ye zaroori hai.
( सौ बात की एक बात है अच्छा और बुरा वक़्त तो चलता ही रहता है इस पर तो हमारा जोर नहीं चलता, पर हाँ एक बात तो पक्की है अगर कोई खास हमारे साथ हो तो बुरा से बुरा वक़्त भी एक सफर के जैसे ही लगता है। )

वक़्त बुरा तो सब बुरा ( Waqt Bura to Sab Bura )
वक़्त और इंसान में एक ख़ासियत होती है... वक़्त आने पर दोनों ही.... साथ छोड़ देते हैं।
Waqt aur insaan ki ek khaasiyat hot hai…. waqt aane per dono he…. saath chod dete hain.
( आज की दुनिया की सच्चाई है दोस्तों कौन अपना है कौन पराया ये तो समय आने पर ही पता चलता है जैसे वक़्त ख़राब हो तो किस्मत भी जैसे मुँह फेर लेती है वैसे ही कभी कभी वो इंसान जिससे हमने खुद से भी ज्यादा चाहा हो वक़्त आने पर रंग बदल लेता है। )
जरूरी सन्देश :
उम्मीद है वक़्त पर शायरी आपको पसंद आ रही होगी। साथ ही आप वक़्त पर मोटिवेशनल शायरी का भी लाभ उठा सकते हैं और आप इन्हें अपने दोस्तों मित्रों और चाहने वालों के साथ शेयर कर सकते हैं साथ ही और भी विषय हैं जिनके लिए हमारे पास बेहतरीन कोटशन्स उपलब्ध है जैसे कि :
